LIC JIVAN SHANTI


एलआईसी जीवन शांति योजना ( जिंदगी के साथ भी जिंदगी के बाद भी )

 BY SANTOSH KUMAR

 

एलआईसी द्वारा शुरू की गई योजना जीवन शांति एक, सिंगल प्रीमियम वार्षिक योजना है। इस योजना का उपयोग आपके जीवन के महत्त्वपूर्ण पड़ावों पर निश्चित पेआउट प्राप्त करने  के लिए किया जा सकता है।    

यह कैसे काम करता है: आप एक सिंगल प्रीमियम ( परचेस प्राइस ) का भुगतान करके इस योजना में निवेश कर  सकते हैं और उसके बाद एलआईसी आपको आजीवन निश्चित अंतराल पर एक नियमित रकम का  भुगतान करती रहेगी। यह भुगतान आप मासिक, त्रैमासिक, अर्ध- वार्षिक या सालाना तौर पर प्राप्त कर सकते हैं। इस नियमित भुगतान राशि को एन्युटी कहा जाता है। इस योजना में आपके पास 2 विकल्प हैं - इमिडिएट एन्युटी और डिफर्ड एन्युटी। तो कुल मिलाकर इस योजना में एन्युटी प्राप्त करने के 12 विकल्प हैं। हम उदहारण के माद्यम से इन विकल्पों को बेहतर तरीके से समझेंगे।     
 
प्लान का नाम  प्रारंभ तिथि तालिका संख्या प्रोडक्ट का प्रकार युआईएन
एलआईसी जीवन शांति  12 सितम्बर , 2018  850  एन्युटी 512N328V01

एन्युटी पर हमारा विचार: एन्युटी आपको अपने शेष जीवन के लिए आय का नियमित प्रवाह तय करती हैं। आप आज निवेश कर सकते हैं और भले ही परिस्थितियाँ कैसी भी हो यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि आप आजीवन एक निश्चित आय प्राप्त करते रहेंगे। यदि ब्याज दरें (फिक्स्ड डिपोसिट की) भविष्य में गिरती है , तो भी आपको उसी दर से लाभ मिलता रहेगा जिस दर पर आपने एन्युटी खरीदी थी । लेकिन यदि भविष्य में ब्याज दरें (फिक्स्ड डिपोसिट की), बढ़ती हैं तो आपको थोड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है क्योंकि जो आपको रिटर्न्स मिलेंगे वो उसी दर पर  होगा जिस पर आपने एन्युटी खरीदी थी। इसीलिए आप रिटायरमेंट के बाद एन्युटी को एक विकल्प के रूप में देख सकते हैं और अपनी पूरी सेविंग्स इसमें भुगतान न करें तो बेहतर है।      

इसके अलावा, यदि आपके पास एलआईसी की कोई पेंशन योजना है, तो आप इसके मैच्योर होने पर भी इसमें से  केवल 1 /3  रकम ही वापस ले सकते हैं। आपको बची हुई  2 /3  राशि के साथ एलआईसी से ही कोई एन्युइटी प्लान खरीदनी होगी। तो आपके पास अलग-अलग विकल्पों को जानना सबसे अच्छा है।

एलआईसी - एलआईसी जीवन अक्षय 6 की अन्य तत्काल वार्षिक योजना के विवरण देखें।



एलआईसी की जीवन शांति योजना में एन्युटी के विकल्प

सबसे पहले आपको नीचे दिए गए विकल्पों में से किसी एक को चुनना होगा।

इमीडियेट एन्युटी :  इस विकल्प में, आपके भुगतान तुरंत शुरू हो जाएंगे। आप एक सिंगल पेमेंट का भुगतान करके योजना खरीदते हैं और चुने हुए भुगतान की अवधि के अनुसार आपको भुगतान मिलना शुरू हो जाता है। 

यदि आपने मासिक भुगतान का चयन किया है, तो आपको वार्षिकी का भुगतान पहले महीने के बाद से  शुरू हो जाएगा। यदि आप वार्षिक भुगतान चुनते हैं, तो आप एक वर्ष के बाद अपनी पहली वार्षिकी प्राप्त करना शुरू कर देंगे। इमीडियेट एन्युटी (तत्काल वार्षिकी) के विकल्प निम्नानुसार हैं:
  • विकल्प A : जीवन के लिए इमीडियेट एन्युटी।
  • विकल्प B :  5 साल की गारंटी अवधि और उसके बाद आजीवन के लिए इमीडियेट एन्युटी।
  • विकल्प C : 10 साल की गारंटी अवधि और उसके बाद आजीवन के लिए इमीडियेट एन्युटी।
  • विकल्प D : 15 साल की गारंटी अवधि और उसके बाद आजीवन के लिए इमीडियेट एन्युटी।
  • विकल्प E : 20 साल की गारंटी अवधि और उसके बाद आजीवन के लिए इमीडियेट एन्युटी।
  • विकल्प F : खरीदी मुल्य की वापसी के साथ आजीवन के लिए इमीडियेट एन्युटी।
  • विकल्प G : 3 % की बढ़त के साथ आजीवन के  लिए इमीडियेट एन्युटी।  
  • विकल्प H : प्राथमिक एन्युटीधारक की मृत्यु पर सेकेंडरी एन्युटीधारक को सालाना 50% के प्रावधान के साथ संयुक्त जीवन के लिए इमीडियेट एन्युटी।
  • विकल्प I  : संयुक्त जीवन के लिए इमीडियेट एन्युटी में किसी भी एन्युटीधारक के  जीवित रहने तक 100 % एन्युटी के भुगतान का प्रावधान।
  • विकल्प J : संयुक्त जीवन के लिए इमीडियेट एन्युटी में किसी भी एन्युटीधारक के  जीवित रहने तक 100 % एन्युटी के भुगतान का प्रावधान और आखिरी एन्युटी धारक के मृत्यु पर खरीदी मुल्य की वापसी का प्रावधान।

डिफर्ड एन्युटी - इस तरह के एन्युटी के विकल्प के तहत आप एक सिंगल प्रीमियम का भुगतान करके योजना  में निवेश करते हैं और कुछ निश्चित सालों बाद भुगतान प्राप्त करना शुरू करते हैं। यह विकल्प उन लोगों के लिए है जिनके पास युवावस्था में कुछ पैसे हैं और वो उन्हें रिटायरमेंट पर इनकम के  रूप में प्राप्त करना चाहते हैं। डेफेरमेंट अवधि में भी आपको इस  योजना  के  तहत गॉरंटीड एडिसन्स मिलते हैं जो फिक्स्ड होते हैं। इस योजना के तहत एन्युटी के विकल्प इस प्रकार हैं। 

विकल्प 1 : सिंगल लाइफ के लिए डिफर्ड एन्युटी 
विकल्प 2 : जॉइंट लाइफ के लिए डिफर्ड एन्युटी     

हम इन दोनों ही विकल्पों को उदहारण के माध्यम से समझेंगे। 



एलआईसी जीवन शांति योजना में सहभागी होने की शर्तें तथा प्रतिबन्ध

इमीडियेट एन्युटी ऑप्शन के लिए:
 
  न्यूनतम  अधिकतम
खरीदी मूल्य  रु. 1,50,000  कोई सीमा नहीं 
प्रवेश आयु (पूर्ण आयु) 30 साल  85 साल (100 साल - विकल्प F)

ग्रैंड पेरेंट्स, माता-पिता, बच्चे, ग्रैंड चिल्ड्रेन्स, पति-पत्नी, भाई-बहन के द्वारा जॉइंट लाईफ विकल्प (H, I , J ) को लिया जा  सकता है। 

डिफर्ड एन्युटी का विकल्प:
 
  न्यूनतम  अधिकतम 
खरीदी मूल्य  रु. 1,50,000  कोई सीमा नहीं 
प्रवेश आयु (पूर्ण आयु) 30 साल  79 साल
डेफरमेंट पीरियड   1 साल  20 साल 
वेस्टिंग आयु (पूर्ण आयु ) 31 साल 80 साल


न्यूनतम एन्युटी राशि:
आप कोई भी विकल्प सेलेक्ट करें, कोई भी खरीदी मूल्य चुने, नीचे दी गई दिशा निर्देश को वो पूर्ण करना चाहिए, 
 
मासिक  तिमाही  छमाही  वार्षिक
रु. 1,000  रु. 3,000 रु. 6,000  रु. 12,000



एलआईसी की जीवन शांति योजना के तहत अतिरिक्त लाभ


लोन की सुविधा : आप पालिसी में एक वर्ष तक  बने रहने के बाद लोन की सुविधा का लाभ उठा सकते हैं। आपको एलआईसी की नजदीकी शाखा में जाकर ब्याज दर के  बारे में पता करना होगा। 

सरेंडर करने की सुविधा : अगर आपने एन्युटी विकल्प में खरीदी मूल्य की वापसी - विकल्प F चुना है तो आप पालिसी में बने रहने के 3 महीने बाद इसे सरेंडर कर सकते हैं।  

फ्री लुक पीरियड : अगर पालिसी धारक,  पालिसी से संतुष्ट नहीं है तो पालिसी डाक्यूमेंट्स मिलने के 15 दिन के भीतर इसे वापस कर सकता है। 

दिव्यांग आश्रित  : आप विकलांग आश्रित (दिव्यांगजन लाइफ) के लाभ के लिए ये योजना ले सकते हैं। 



उदाहरण के साथ एलआईसी जीवन शांति योजना को समझिए 

सबसे पहले हम इमीडियेट एन्युटी के विकल्प को देखेंगे। हमारे पास 9 विकल्प हैं जो ग्राहक ले सकते हैं - विकल्प A से लेकर विकल्प J तक

मान लीजिए कि हमारे पास निम्नलिखित मानदंड हैं:

खरीदी मूल्य - 10 लाख
खरीदी के समय की उम्र - 45 साल (पूरा हो गया हो)
एन्युटी मोड - वार्षिक

विकल्प A  - जीवन के लिए इमीडियेट एन्युटी - पॉलिसीधारक के जीवित रहने तक पेंशन / वार्षिकी नियमित रूप से भुगतान की जाती है। भुगतान की जानेवाली राशि बिल्कुल बदलती नहीं है। पॉलिसीधारक की मृत्यु के बाद, 10 लाख का भुगतान नहीं किया जाता।
उदाहरण - पॉलिसीधारक को आजीवन 74,300 का वार्षिक पेंशन हर साल मिलती रहेगी।

विकल्प B  - 5 साल की गारंटी अवधि और उसके बाद आजीवन के लिए इमीडियेट एन्युटी। भले ही पॉलिसी धारक जीवित हो या न हो, उसे 5 साल तक एन्युटी का भुगतान किया जाएगा।  अगर पॉलिसी धारक 5 साल बाद भी जीवित रहता है तो, उसे आजीवन इसी राशि का भुगतान किया जाएगा। पॉलिसीधारक की मृत्यु के पश्च्यात 10 लाख का भुगतान नहीं किया जाएगा।  
उदाहरण - पॉलिसीधारक या नॉमिनी को आजीवन 74,200 की वार्षिक पेंशन हर साल मिलती रहेगी।
अगर पॉलिसी धारक 5 वर्ष के बाद भी जीवित रहता है तो उसे आजीवन हर वर्ष रु. 74,200 का भुगतान होता रहेगा।  

विकल्प C - 10 साल की गारंटी अवधि और उसके बाद आजीवन के लिए इमीडियेट एन्युटी। भले ही पॉलिसी धारक जीवित हो या न हो, उसे 10 साल तक एन्युटी का भुगतान किया जाएगा।  अगर पॉलिसी धारक 10 साल के बाद भी जीवित रहता है तो, उसे आजीवन इसी राशि का भुगतान किया जाएगा। पॉलिसीधारक की मृत्यु के पश्च्यात उसके नॉमिनी को 10 लाख का भुगतान नहीं किया जाएगा।  
उदाहरण - पॉलिसीधारक या नॉमिनी को आजीवन 73,900 की वार्षिक पेंशन हर साल मिलती रहेगी।
अगर पॉलिसी धारक 10 वर्ष के बाद भी जीवित रहता है तो उसे आजीवन हर वर्ष रु. 73,900 का भुगतान होता रहेगा।  

विकल्प D - 15 साल की गारंटी अवधि और उसके बाद आजीवन के लिए इमीडियेट एन्युटी। भले ही पॉलिसी धारक जीवित हो या न हो, उसे 15 साल तक एन्युटी का भुगतान किया जाएगा।  अगर पॉलिसी धारक 15 साल बाद भी जीवित रहता है तो, उसे आजीवन इसी राशि का भुगतान किया जाएगा। पॉलिसीधारक की मृत्यु के पश्च्यात उसके नॉमिनी को 10 लाख का भुगतान नहीं किया जाएगा।  
उदाहरण - पॉलिसीधारक या नॉमिनी को आजीवन 73,500 की वार्षिक पेंशन हर साल मिलती रहेगी।
अगर पॉलिसी धारक 15 वर्ष के बाद भी जीवित रहता है तो उसे आजीवन हर वर्ष रु. 73,500 का भुगतान होता रहेगा।  

विकल्प E - 20 साल की गारंटी अवधि और उसके बाद आजीवन के लिए इमीडियेट एन्युटी। भले ही पॉलिसी धारक जीवित हो या न हो, उसे 20 साल तक एन्युटी का भुगतान किया जाएगा।  अगर पॉलिसी धारक 20 साल बाद भी जीवित रहता है तो, उसे आजीवन इसी राशि का भुगतान किया जाएगा। पॉलिसीधारक की मृत्यु के पश्च्यात उसके नॉमिनी को 10 लाख का भुगतान नहीं किया जाएगा।  
उदाहरण - पॉलिसीधारक या नॉमिनी को आजीवन 72,900 की वार्षिक पेंशन हर साल मिलती रहेगी।
अगर पॉलिसी धारक 20 वर्ष के बाद भी जीवित रहता है तो उसे आजीवन हर वर्ष रु. 72,900 का भुगतान होता रहेगा।  

विकल्प F - खरीदी मूल्य की वापसी के साथ लाईफ के लिए इमीडियेट एन्युटी। इसके तहत जब तक  पालिसी धारक जीवित है तब तक उसे पेंशन / एन्युटी का भुगतान होता रहेगा। पॉलिसीधारक की  मृत्यु के पश्च्यात, नॉमिनी को खरीदी मूल्य का भुगतान कर दिया जाता है। 
उदहारण - पॉलिसीधारक को जब तक वह जीवित है तब तक 65,400 की वार्षिक पेंशन हर साल मिलती रहेगी। पालिसीधारक की मृत्यु के पश्च्यात उसके द्वारा निवेश की गई 10 लाख की रकम उसके नॉमिनी को वापस कर दी जाएगी।   

विकल्प G - 3 % की दर से बढ़त के साथ लाईफ के लिए इमीडियेट एन्युटी। पॉलिसीधारक के जीवित रहने तक हर साल उसे एन्युटी का भुगतान किया जाएगा। यह पेंशन अमाउंट पहले एन्युटी वर्ष से हर साल 3 % की दर से बढ़ता रहेगा। पॉलिसीधारक की मृत्यु के बाद उसे 10 लाख रूपए वापस नहीं मिलेंगे।  
उदहारण - पॉलिसीधारक के जीवित रहने तक हर वर्ष उसे एन्युटी का भुगतान होता रहेगा। पहले साल उसे रु. 56,200 का पेंशन मिलेगा। यह रकम रु. 1,686 (रु. 56,200 का 3 %) से हर साल बढ़ती जाएगी। तो दुसरे साल में उसे 57,886 की  रकम और तीसरे साल उसे रु. 59,572 की रकम पेंशन के रूप में प्राप्त होगी।   


विकल्प H -  यह विकल्प जॉइंट लाईफ इमीडियेट एन्युटी है जिसमें प्राइमरी पॉलिसीधारक की मृत्यु के बाद 50% की एन्युटी सेकेंडरी पॉलिसीधारक को दी जाती है। इस विकल्प में आप दो पॉलिसी धारक को  रख सकते हैं। प्राइमरी पॉलिसी धारक और सेकेंडरी पालिसी धारक। सेकेंडरी पॉलिसीधारक की उम्र, पॉलिसी लेते समय 35 हो। प्राइमरी पालिसीधारक के जीवित रहने तक उसे पेंशन का भुगतान होता रहेगा। इसकी मृत्यु के बाद सेकेंडरी पॉलिसीधारक को पेंशन अमाउंट का आधा भाग आजीवन मिलता रहेगा। सेकेंडरी पॉलिसीधारक की भी मृत्यु होने पर पालिसी बंद हो जाएगी और भरा हुआ 10 लाख वापस नहीं मिलेगा। 
उदहारण : प्राइमरी मेंबर के जीवित रहने तक उसे हर साल रु. 71,000 का भुगतान होता रहेगा। प्राइमरी मेंबर के मृत्यु होने पर सेकेंडरी पॉलिसीधारक को पेंशन अमाउंट का आधा भाग अर्थात रु. 35,000 (रु. 71,000 का 50%) आजीवन मिलता रहेगा। 

विकल्प I -  यह विकल्प जॉइंट लाईफ इमीडियेट एन्युटी है जिसमें प्राइमरी पॉलिसीधारक की मृत्यु के बाद 100% की एन्युटी सेकेंडरी पॉलिसीधारक को दी जाती है। इस विकल्प में आप दो पॉलिसी धारक को  रख सकते हैं। प्राइमरी पॉलिसी धारक और सेकेंडरी पालिसी धारक। सेकेंडरी पॉलिसीधारक की उम्र, पॉलिसी लेते समय 35 हो। प्राइमरी पालिसीधारक के जीवित रहने तक उसे पेंशन का भुगतान होता रहेगा। इसकी मृत्यु के बाद सेकेंडरी पॉलिसीधारक को पेंशन अमाउंट का पूरा भाग आजीवन मिलता रहेगा। सेकेंडरी पॉलिसीधारक की भी मृत्यु होने पर पालिसी बंद हो जाएगी और भरा हुआ 10 लाख वापस नहीं मिलेगा। 
उदहारण : प्राइमरी मेंबर के जीवित रहने तक उसे हर साल रु. 71,000 का भुगतान होता रहेगा। प्राइमरी मेंबर के मृत्यु होने पर सेकेंडरी पॉलिसीधारक को पेंशन अमाउंट का पूरा भाग अर्थात रु. 71,000 आजीवन मिलता रहेगा।  

विकल्प J  -  यह विकल्प खरीदी मूल्य की वापसी के साथ जॉइंट लाईफ इमीडियेट एन्युटी है जिसमें प्राइमरी पॉलिसीधारक की मृत्यु के बाद 100% की एन्युटी सेकेंडरी पॉलिसीधारक को दी जाती है और  सेकेंडरी पॉलिसीधारक की मृत्यु होने पर नॉमिनी को खरीदी मूल्य वापस कर दी जाती है। इस विकल्प में आप दो पॉलिसी धारक को  रख सकते हैं। प्राइमरी पॉलिसी धारक और सेकेंडरी पालिसी धारक। सेकेंडरी पॉलिसीधारक की उम्र, पॉलिसी लेते समय 35 हो। प्राइमरी पालिसीधारक के जीवित रहने तक उसे पेंशन का भुगतान होता रहेगा। इसकी मृत्यु के बाद सेकेंडरी पॉलिसीधारक को पेंशन अमाउंट का पूरा भाग आजीवन मिलता रहेगा। सेकेंडरी पॉलिसीधारक की भी मृत्यु होने पर पालिसी बंद हो जाएगी और भरा हुआ 10 लाख नॉमिनी को वापस कर दिया जाएगा। 
उदहारण : प्राइमरी मेंबर के जीवित रहने तक उसे हर साल रु. 64,900 का भुगतान होता रहेगा। प्राइमरी मेंबर के मृत्यु होने पर सेकेंडरी पॉलिसीधारक को पेंशन अमाउंट का पूरा भाग अर्थात रु. 64,900 आजीवन मिलता रहेगा। दोनों पॉलिसीधारक की मृत्यु होने पर रु. 10 लाख नॉमिनी को वापस कर दी जाएगी।


आइए अब हम देखते हैं कि, अगर आपने डिफर्ड एन्युटी चुना है तो इसके तहत भी दो विकल्प हैं, 

मान लीजिए हमारे पास निम्नलिखित मानदंड है,

खरीदी मुल्य - 10 लाख 
पॉलिसी खरीदते समय उम्र - 45 साल (पूरा)
एन्युटी मोड - वार्षिक 
डिफेरमेंट पीरियड - 20 साल    

इसका अर्थ यह है कि, मान लीजिए पॉलिसीधारक ने आज 10 लाख का भुगतान किया है और उसे नियमित रूप से पेंशन २० साल बाद से चाहिए तो। यह उन लोगों के लिए है जिनके पास आज भुगतान करने के लिए पैसे हैं और जिन्हें पेंशन उनके रिटायरमेंट के समय से चाहिए, तो ऐसी स्थिति में उनके  पास दो विकल्प हैं,
  • विकल्प 1 - सिंगल लाइफ के लिए डिफर्ड एन्युटी
  • विकल्प  2  - जॉइंट लाइफ के लिए डिफर्ड एन्युटी  

अगर पालिसीधारक की मृत्यु हो जाती है तो, नॉमिनी को निम्नलिखित में से जो ज्यादा होगा वो रकम मृत्यु लाभ के रूप में मिलेगा,
  • खरीदी मुल्य का 110 %
  • (खरीदी मुल्य + गारंटीड एडिसन्स) - मृत्यु अवधि तक भुगतान किए गए एन्युटी का रकम

गारंटीड एडिसन्स - ये आपके पॉलिसी में 20 साल की अवधि तक मासिक रूप से जुड़ते रहता है। इसकी गणना इस प्रकार से होती है : खरीदी मुल्य x वार्षिक एन्युटी दर / 100 

आइए इसे उदहारण के माध्यम से बेहतर तरीके से समझते हैं, 

विकल्प 1 - सिंगल लाइफ के लिए डिफर्ड एन्युटी - मान लीजिए पॉलिसीधारक ने 10 लाख का भुगतान किया है लेकिन नियमित रूप से पेंशन २० साल के बाद प्राप्त करना चाहता है। अगर इस डिफरमेंट अवधि में पॉलिसीधारक की मृत्यु हो जाती है तो, उसके नॉमिनी को मृत्यु लाभ मिलेगा और पालिसी बंद हो जाएगी। यदि पॉलिसीधारक डिफरमेंट अवधि तक जीवित रहता है तो, उसके पूरा होते ही आजीवन उसको नियमित रूप से एन्युटी का भुगतान किया जाएगा। उसकी मृत्यु के पश्च्यात उसके नॉमिनी को मृत्यु लाभ का भुगतान किया जाएगा और पॉलिसी समाप्त हो जाएगी। 
उदहारण :   20 साल के बाद से हर साल पॉलिसीधारक को आजीवन रु. 2,06,600 का भुगतान किया जाएगा। अगर डिफरमेंट अवधि में पॉलिसीधारक की मृत्यु हो जाती है तो, उसके नॉमिनी को मृत्यु लाभ मिलेगा और पालिसी बंद हो जाएगी। अगर डिफरमेंट अवधि के बाद पॉलिसीधारक की मृत्यु हो जाती है तो, उसके नॉमिनी को मृत्यु लाभ मिलेगा और पालिसी बंद हो जाएगी। यहाँ ध्यान देने वाली बात यह है कि, मृत्यु लाभ का मुल्य हर साल बदलता रहेगा। 

विकल्प 2  - जॉइंट लाइफ के लिए डिफर्ड एन्युटी - इसमें आप प्राइमरी मेंबर और सेकेंडरी मेंबर दोनों रख सकते हैं, मान लीजिए पॉलिसीधारक ने 10 लाख का भुगतान किया है लेकिन नियमित रूप से पेंशन २० साल के बाद प्राप्त करना चाहता है। अगर इस डिफरमेंट अवधि में दोनों पॉलिसीधारक की मृत्यु हो जाती है तो, उसके नॉमिनी को मृत्यु लाभ मिलेगा और पालिसी बंद हो जाएगी। यदि दोनों पॉलिसीधारकों में से कोई भी डिफरमेंट अवधि तक जीवित रहता है तो उसे आजीवन नियमित रूप से एन्युटी का भुगतान किया जाएगा , और दोनों की मृत्यु के पश्च्यात उसके नॉमिनी को मृत्यु लाभ का भुगतान किया जाएगा और पॉलिसी समाप्त हो जाएगी। 
उदहारण :   20 साल के बाद से हर साल पॉलिसीधारक को आजीवन रु. 2,27,200 का भुगतान किया जाएगा। अगर दोनों में से किसी भी पालिसीधारक की मृत्यु भी हो जाती है तो, बचे हुए मेंबर को आजीवन रु. 2,27,200 का भुगतान किया जाएगा। यदि दोनों की मृत्यु हो जाती है तो, उसके नॉमिनी को मृत्यु लाभ का भुगतान किया जाएगा और पॉलिसी समाप्त हो जाएगी।। यहाँ ध्यान देने वाली बात यह है कि, मृत्यु लाभ का मुल्य हर साल बदलता रहेगा। 
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